पेट दर्द होने पर क्या करें?
पेट दर्द होने पर आधा चम्मच अजवाइन काला नमक और चुटकी भर हींग की मात्रा को सादा पानी के साथ ले गए। तत्काल आराम मिलेगा। पुदीना हरा की 1 मिलीलीटर एक घूंट पानी में मिलाकर लेने से भी पेट दर्द में फायदा होता है।
बच्चे को पेट दर्द होने पर क्या करें?
बच्चे को पेट दर्द होने पर छोटी हरड़ पीसकर बच्चे को गुनगुने पानी में पिलाई जाए तब कुछ ही देर में आराम मिलेगा। थोड़ी सी हींग को पानी में घोलकर पेट पर मल दे दर्द दूर हो जाएगा।
पेट में अपच होने पर क्या करें?
पेट में अपच आने पर भुनी हींग में जीरा, नमक के साथ चूर्ण बनाकर सेवन करने से लाभ मिलता है।
पेट में गैस बनने पर क्या करें?
पेट में गैस बनने से फूल रहा हो तो एक कप गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर पीने से तुरंत आराम मिलता है। यदि गैस की समस्या हमेशा बनी रहती है तो रोजाना प्रात काल एक गिलास पानी में 25 ग्राम पुदीने का रस 30 ग्राम शहद में मिलाकर पीने से समस्या समाप्त हो जाती है अथवा दिन के भोजन के बाद दही की छाछ में 2 ग्राम अजवाइन चूर्ण और आधा ग्राम का काला नमक मिलाकर प्रतिदिन पीने से गैस की समस्या उत्पन्न नहीं होती है।
पतले दस्त होने पर क्या करें?
पतले दस्त मैं आधा कप उबला हुआ गर्म पानी में एक चम्मच अदरक का रस मिलाकर पी लें। 1 -1 घंटे के बाद एक-एक खुराक लेने से तुरंत पतले दस्त रुक जाते हैं।
एसिडिटी की समस्या में क्या करें?
एसिडिटी की समस्या में तुरंत राहत के लिए थोड़ी सी अदरक लें। उसका रस निकाल लें इसमें थोड़ा सा नींबू का रस डालें। इसे मिलाकर पिए। आधा गिलास कच्चा दूध और आधा गिलास पानी मिला ले इसमें दो छोटी इलायची पीस कर मिला लें और रोजाना सुबह के समय पीने से भी तुरंत लाभ होता है।
लगातार डकार आने पर क्या करें?
लगातार डकार आने पर तुरंत आराम के लिए एक गिलास पानी में नींबू का रस, थोड़ा बेकिंग सोडा मिलाकर पीने से डकार से राहत मिलती है।
हिचकी में क्या करें?
हिचकी में तुलसी की 4-5 पत्तियां और मिश्री का एक छोटा सा टुकड़ा मुंह में रखकर धीरे-धीरे चबाएं व चूसते रहे थोड़ी देर में हिचकी बंद हो जाएगी।
उल्टी आने पर क्या करें?
उल्टी आने पर हरड़ के बारीक पाउडर को थोड़ा शहद में मिलाकर चाटने से तुरंत उल्टी बंद हो जाती है।
कब्ज होने पर क्या करें?
कब्ज रहने पर त्रिफला चूर्ण 5 ग्राम को गर्म पानी या दूध के साथ रोजाना सोते समय लेने से कब्ज दूर होती है।
पुरानी कब्ज से पीड़ित क्या करें?
पुरानी कब्ज से पीड़ित होने पर रोजाना भोजन करने के आधे घंटे बाद गुनगुने पानी में 2 ग्राम हरड़ के चूर्ण के नियमित सेवन से पुरानी से पुरानी कब्ज दूर होती है।
बच्चे को कब्ज होने पर क्या करें?
बच्चे को कब्ज रहने पर सप्ताह में एक बार हरड़ को साफ पत्थर पर पानी के साथ घिसकर देने से कब्ज की शिकायत दूर होती है।
खाँसी होने पर क्या करें?
खाँसी में एक लॉन्ग मुंह में रखकर चूसने पर तुरंत आराम मिलता है। एक चम्मच अदरक के रस में शहद मिलाकर गुनगुना करके दिन में तीन बार लेने से फायदा होता है।
सर्दी जुकाम होने पर क्या करें?
सर्दी जुकाम में आधा चम्मच अजवाइन को तवे पर सेक कर साफ कपड़े में लेकर पोटली बांधकर सूंघने से तुरंत आराम मिलता है। एक चम्मच अदरक के रस में शहद मिलाकर गुनगुना करके दिन में तीन बार लेने से फायदा भी होता है।
पेट में कीड़े होने पर क्या करें?
पेट में कीड़े होने पर तुलसी के पत्तों का एक-एक चम्मच रस दिन में दो बार पीने से पेट के कीड़े मर कर मल के साथ बाहर निकल जाते हैं।
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गले में दर्द व खराश होने पर क्या करें?
गले में दर्द व खराश हो तो खाने का नमक आधा चम्मच और खाने का सोडा आधा चम्मच और पिसी हल्दी आधा चम्मच और चावल के बराबर फिटकरी पिसी हुई चारों को एक साथ गुनगुने पानी में घोलकर सुबह उठने के बाद दोनों वक्त भोजन के बाद और रात को सोने से पहले गरारे करने पर 2 दिन में ही आराम होता है। गले में खराश में लाभ के लिए सुबह उठकर तथा रात में सोने से पहले एक-एक छोटी इलायची चबा चबाकर खाएं तथा गुनगुना पानी पीले। आराम मिलेगा।
गला खराब होने पर क्या करें?
गला खराब होने पर गुनगुने पानी में नमक डालकर दिन में तीन-चार बार गरारे करने से फायदा मिलता है।
घुटने के दर्द में क्या करें?
घुटने के दर्द में सुबह मेथी दाना के बारीक चूर्ण की एक से दो चम्मच पानी की मात्रा पानी के साथ लेने से हथवा सवेरे भूखे
पेट तीन-चार अखरोट की गिरियां कुछ दिन खाने से दर्द में फायदा रहता है।
मुंह में छाले होने पर क्या करें?
मुंह में छाले होने पर हल्दी पाउडर 1 ग्राम, ग्लिसरीन 5 मिलीलीटर दोनों को भली प्रकार है मिलाकर लगाने से छाले ठीक हो जाते हैं अमरूद के कोमल पत्ते को जान से भी छाले में आराम मिलता है।
कमर में असहनीय दर्द होने पर क्या करें?
कमर में असहनीय दर्द होने पर लहसुन का पेस्ट बनाकर दर्द वाले स्थान पर आधे घंटे के लिए लगाएं इसके बाद गर्म पानी से धो लें दर्द से राहत मिलेगी पान के पत्ते के रस में नारियल का तेल मिलाकर मालिश करने से फायदा मिलता है।
शरीर में सूजन होने पर क्या करें?
शरीर में सूजन होने पर एक गिलास गर्म दूध में एक छोटी चम्मच देसी हल्दी मिलाकर पीने से सूजन ठीक होने के साथ दर्द में भी राहत मिलती है।
त्वचा पर पित्ती निकलने पर क्या करें?
त्वचा पर पित्ती निकलने पर 4 ग्राम खाने के सोडे को 500ml साफ पानी में घोलकर त्वचा पर लगाने से तत्काल आराम मिलता है।
गर्मी में घमोरियां पर क्या करें?
गर्मी में घमोरियां निकलने पर चार चम्मच बड़े सरसों का तेल में एक चम्मच पानी मिलाकर खूब अच्छी तरह से फेट ले ताकि दोनों मिलकर एक जान हो जावे। इसे घमौरियों वाले स्थान पर दिन में तीन चार बार लगाने से 2 से 3 दिन में घमौरियां ठीक हो जाती है।
सिर की रूसी खुश्की को दूर करने के लिए क्या करें?
सिर की रूसी खुश्की को दूर करने के लिए 25 ग्राम मेथी दाना को 24 घंटे में भिगोकर रखें तथा पीसकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। इसे बालों की जड़ों में लगाकर आधे घंटे के लिए छोड़ते हैं बाद में आंवला तथा शिकाकाई में सिर धो लें मात्र तीन चार बार के प्रयोग से बालों की रूसी तथा खुश्की दूर हो जाती है।
पैरों की बदबू दूर करने के लिए क्या करें?
पैरों की बदबू दूर करने के लिए सुबह शाम पैरों को गर्म पानी से साफ करके फुट लोशन से मालिश करें स्मैैल दूर होगी।
होंठ फटने पर क्या करें?
होंठ फटने पर वैसलीन में जैतून का तेल या ऑलिव ऑयल मिलाकर दिन में दो तीन बार फटे होठों पर लगाने से तुरंत आराम मिलता है।
शिशु के जब दांत निकलने पर क्या करें?
शिशु के जब दांत निकलने लगे तब सुबह श्याम दो चम्मच मीठे अंगूर का रस आधा चम्मच शहद को मिलाकर पिलाने से आसानी से सुंदर तथा मजबूत दांत निकलते हैं।
मुंह से प्याज की गंध को दूर करने के लिए एवं चर्म रोग में खुजली होने पर क्या करें?
मुंह से प्याज की गंध को दूर करने के लिए थोड़ी सी सौंफ और मिश्री चबाने से गंध दूर हो जाती है।
अम्ल और पित्त की समस्या होने पर ढाई सौ ग्राम पके हुए पपीते पर सेंधा नमक काली मिर्च व थोड़ा सा नींबू का रस निचोड़ कर इसे खाने से खट्टी डकार बंद हो जाती है। भोजन भी आसानी से पचता है।
पीपल की कोमल कोपलों के प्रति जमाने से चर्म रोग में खुजली में फायदा होता है।
मकड़ी के मसल जाने पर क्या करें?
मकड़ी के मसल जाने पर त्वचा पर फफोले हो जाते हैं इस पर देसी घी में नमक मिलाकर उस पर लगाने से लाभ होता है।
दांतों में दर्द होने पर क्या करें?
दांतों में दर्द होने पर लोंग को पानी में उबालकर उस पानी से कुल्ला करना चाहिए तथा लोंग को दबा कर रखने से दांत के दर्द में आराम मिलता है।
स्ट्रेथ मार्क्स होने पर क्या करें?
स्ट्रेथ मार्क्स हो तो ऑलिव ऑयल और कोको बटर को मिलाकर स्नान के बाद दो-तीन महीने तक लगाएं स्ट्रेथ मार्क्स गायब हो जाएंगे फटी एड़ियों पर नहाने से पहले हल्दी पाउडर और क्रिस्टल मिलाकर रोजाना 10 मिनट तक लगाएं इससे एडियो का फटना कम हो जाएगा।
श्वास रोग होने पर क्या करें?
श्वास रोग में एक चम्मच शहद में अदरक का रस मिलाकर सुबह दोपहर और शाम को लेने से आराम मिलता है।
होठों को सूखने की समस्या होने पर क्या करें?
होठों को सूखने की समस्या पर नाभि पर सोया नारियल का तेल लगाएं। दिनभर अधिक पानी पिएं फलों का नियमित सेवन करें फायदा होगा।
काली कोहनियों होने पर क्या करें?
काली कोहनियों के लिए निम्बू के रस में एक बड़ा चम्मच शहद मिलाएं। इस मिश्रण को काली कोहनियों पर लगाएं और फिर 20 मिनट ऐसे ही रहने दें इसके बाद इसे पानी से धो लें। ऐसा कुछ दिन तक हर रोज करें। याद रखें नींबू लगाने की कम से कम 3 घंटे तक धूप में ना जाएं इसके स्थान पर एक बड़ा चम्मच दूध में एक बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर पेस्ट बनाएं और ऐसा दोस्ती ना करें फिर गुनगुने पानी और बोल से हल्के हाथ से पहुंचे। ऐसा 1 दिन में एक दिन छोड़कर करें। यह कहानियों के कालेपन को दूर करने के लिए हाजिर से बहुत प्रभावशाली है।
कफ की समस्या होने पर क्या करें?
कफ की समस्या होने पर जमा कफ निकालने के लिए दो-तीन काली मिर्च के चूर्ण को 2 गुण गुनगुने शहद और घी में मिलाकर सुबह श्याम चाटने से सर्दी आमतौर पर होने वाली खांसी दमा तथा सीने का दर्द मिटता है और फेफड़ों में जमा कब निकल जाता है। 2 ग्राम लोंग को जोड़ने में पीसकर इसे दो कप पानी में उबालें। आधा कप रह जाने पर आज पर से उतारकर जान लेबे। थोड़ा गर्म रहते इसे पीने से छाती में जमा कब निकल कर बाहर निकल जाता है। 5 ग्राम मुलहठी का चूर्ण दो कप पानी में डालकर इसे इतना उबालें की पानी आधा रह जावे। इसमें से आधा सुबह और आधा शाम को बिना दोबारा गर्म की है तीन-चार दिन तक सेवन करने पर कर्फ्यू पतला होकर आसानी से बाहर निकल जाता है। खांसी में दमा के रोग में बहुत राहत मिलती है।
पित्त की समस्या होने पर क्या करें?
पित्त की समस्या होने पर पानी में 8 -10 मुनक्का डालकर दो-तीन घंटे तक। इसे मसल कर पानी पीने से पित्त का शमन होता है। सोच होती है जी मचलना बंद होता है।
डैंड्रफ होने पर क्या करें?
डैंड्रफ होने पर दो चम्मच लें उसमें दो चम्मच नींबू का रस मिला लें नहाने से आधा घंटा पहले उसे बालों की जड़ों में लगाएं एवं नहाते समय स्वच्छ पानी से धो लें। रोजी में काफी आराम मिलता है।
कब्ज व बदहजमी होने पर क्या करें?
कब्ज व बदहजमी होने पर एक निंबू के दो टुकड़े में काट कर उन पर सादा नमक व काली मिर्च डालकर यह भोजन के पहले चूसले बदहजमी में ठीक हो जाती है और भूख खुलकर लगती है। नींबू के रस में थोड़ा सोंठ का चूर्ण और सेंधा नमक मिलाकर खाने से कुछ दिनों में ही कब्ज में राहत मिलती है।
शरीर में कहीं पर भी फुंसी होने पर क्या करें?
शरीर में कहीं पर भी फुंसी उठते ही काली मिर्च को पत्थर पर घिसकर उस लेप को फुंसी पर लगाने से बैठ जाती है। प्रात काल सबसे पहले दो मुनक्का खाए नियमित रूप से खाने से कब्ज दूर रहता है तथा पेट साफ रखता है और भूख खुलकर लगती है।
फिटकरी को भूनकर पीस लें इस चूर्ण से मंजन करने से दांतों का पीलापन और धब्बे ठीक होते हैं।
एसिडिटी होने पर क्या करें?
एसिडिटी में सुबह खाली पेट एक कप फ्रिज का रखा ठंडा दूध बिना चीनी मिलाएं नियमित रूप से पीने से हम लोग एकत्र नष्ट हो जाता है। छोटी इलायची पीस कर नींबू के रस में मिलाएं। दो 2 घंटे में फ्री है। उल्टी तुरंत बंद हो जाएगी। संतरे के रस में थोड़ी सी काली मिर्च और काला नमक मिलाकर लेना फायदेमंद रहता है।
विशेष ध्यान रखें -
यदि घरेलू उपचार करने से व्यक्ति को रोग में सुधार नहीं होता है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और इलाज करा लें। तथा उनके परामर्श के अनुसार दवा तथा खान-पान लेवे।
अंत में विशेष -
जायफल और जावित्री,सोफ और इलायची आदि तेलिय व सुगंधित द्रव्य का चूर्ण काम में लेते समय ही तैयार करना चाहिए पहले से कूट पीसकर बाहर ना रखें इन द्रव्यों के चूर्ण को एयर टाइट डब्बे में हवा से बचा कर रखना चाहिए अन्यथा दो-तीन महीने के बाद इनके गुण समाप्त होने लगते हैं। गोली, अवलेह,शरबत आदि के 1 वर्ष के बाद गुण समाप्त हो जाते हैं। गुड 1 वर्ष पुराना लाभदायक होता है।